– फौजी बाहुल्य प्रदेश में नशे के सौदागर तेजी से पसार रहे पैर
– ड्रग्स माफियाओं पर कार्यवाही हेतु त्रिस्तरीय टास्क फोर्स का गठन
– ANTF के अफसरों व कर्मचारियों पर भी हमेशा रखी जाएगी कड़ी नजर
देहरादून। उत्तराखंड जिस तरह सैन्य बाहुल्य प्रदेश के रूप में प्रसिद्ध है। उसी तरह दुर्भाग्यवश कहीं ‘ उड़ता उत्तराखंड ‘ ना बन जाए। ड्रग माफियाओं के बढ़ते नापाक कदमों को रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने जबरदस्त तैयारी कर ली है।
अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने प्रदेश में मादक पदार्थों के बढ़ते प्रचलन को नियन्त्रित करने, इनके अवैध व्यापार की रोकथाम व प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु त्रिस्तरीय एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) एवं Narco Co-ordination Centre (NCORD) सचिवालय का गठन किया है। अब NCORD के अधीन परिक्षेत्रीय स्तर पर दो यूनिट ANTF गढ़वाल यूनिट तथा ANTF कुमायूँ यूनिट कार्य करेंगी l
प्रदेश स्तर पर अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक अपराध का0 व्यवस्था के अधीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ नोडल अधिकारी होंगे l जबकि जनपद स्तर पर वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक के अधीन पुलिस अधीक्षक अपराध /पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन नोडल अधिकारी होंगेl थाना स्तर पर थाना प्रभारी नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे l
एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स हेतु पुलिस विभाग में उपलब्ध कार्मिकों से ही चयन किया जायेगा। राज्य स्तर पर गठित ANTF राज्य सरकार एवं एन0सी0बी0 की विभिन्न स्तरों पर होने वाली बैठकों में NDPS अधिनियम,1985 से सम्बन्धित आंकडे़/सूचनायें सहित प्रतिभाग करेगी।
यह जनपदों में स्थापित विभिन्न नशामुक्ति केन्द्रों के प्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर उन केन्द्रों का नियमित रूप से भौतिक सत्यापन व मादक पदार्थों के बिक्रय और आपूर्ति करने वालों के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करेगी। यह फोर्स न्यायालयों द्वारा मादक द्रव्यों की रोकथाम हेतु दिये गये आदेशों एवं निर्णयों का समस्त जिलों से अनुपालन करवाने हेतु समन्वय बनायेगी।
राज्य एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) एन0डी0पी0एस0 एक्ट 1985 (यथा संशोधित) से सम्बन्धित अपराधियों के डोजियर (आपराधिक इतिहास) तैयार कर उक्त अधिनियम के अन्तर्गत निरुद्ध अभियुक्तों की सूचना संकलित कर सूची बनायेगी।
ड्रग्स सम्बन्धी अपराधों से सम्बन्धित अभिसूचनाओं का संकलन, अभिलेखीकरण, विश्लेषण तथा उन पर ठोस कार्यवाही करेगी। इसके अतिरिक्त यह फोर्स अपराध में लिप्त प्रमुख माफिया सरगनाओं की सम्पत्ति जब्त एवं समय-समय पर नियन्त्रण एवं प्रशासक, भारत सरकार से समन्वय करेगी।
केन्द्र एवं राज्य स्तरीय अन्य विभागों एवं नशामुक्ति केन्द्रों से मादक द्रव्यों की रोकथाम हेतु समन्वय स्थापित करना और आंतकवादियों द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम की कार्यवाही करना होगा।
जनपद स्तर पर गठित टास्क फोर्स शिक्षण संस्थानों में नशे के मकड़जाल से बचने हेतु शैक्षणिक संस्थानों में गठित एन्टी ड्रग सेल/यूनिट के नोडल अधिकारी, मादक पदार्थ उन्मूलन में कार्य करने वाले एन0जी0ओ0, स्वयं सेवी संस्थानों/संगठनों, नशा मुक्ति केन्द्रों के साथ समन्वय स्थापित करेगी तथा पूर्व में प्रकाश में आये अपराधियों/तस्करों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखेगी।
थाना स्तर पर मादक पदार्थों से सम्बन्धित बरामदगी व कार्यवाही में उच्चाधिकारियों एवं मा0 न्यायालय द्वारा समय-समय पर जारी निदेर्शों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
नशा निवारण में जनजागरूकता का एक विशेष स्थान है। अतः एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार हेतु व्यापक अभियान चलायेगी।
राज्य एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में तलाशी, बरामदगी, गिरफ्तारी आदि की वही शक्तियां प्राप्त होगी, जो दण्ड प्रक्रिया संहिता एवं अन्य विधियों के अधीन पुलिस अधिकारियों को प्राप्त है।
साथ ही यह टास्क फोर्स अपने कार्य क्षेत्र में स्थित किसी भी थाने में उक्त श्रेणी के व्यक्तियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करने एवं दण्ड प्रक्रिया संहिता के प्राविधानों के अनुरुप कार्यवाही करने हेतु सक्षम होगी।
राज्य स्तरीय ANTF द्वारा प्रदेश में NCORD सचिवालय के रूप मे कार्य करते हुए विभिन्न स्तरों पर लिये गये निर्णयों पर की गई कार्यवाही का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। पारदर्शिता की दृष्टि से ANTF में नियुक्त कार्मिकों पर भी सतर्क दृष्टि रखी जायेगी।
अपराधियों से संलिप्तता पाये जाने पर सम्बन्धित कार्मिक के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी l एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं NCORD सचिवालय के कार्यों की मासिक समीक्षा पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड फोन करेंगे।