देहरादून। जिले भर में फैले नशा मुक्ति केंद्रों पर सुधार के नाम पर क्या चल रहा था क्या नहीं। इसके बारे में पुलिस ने कभी गंभीरता से नहीं लिया था। लेकिन अब क्लिमेंट टाउन थाना क्षेत्र के एक नशा मुक्ति केंद्र में संचालक पर दुराचार का आरोप लगने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और एसएसपी ने खुद जिले के सभी नशा मुक्ति केंद्रों के बारे में पूरी जानकारी एकत्र करके उन पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिए हैं। चलो ठीक है देर आयद दुरुस्त आयद।
एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि उनके क्षेत्रों में जो भी नशा मुक्ति केंद्र हैं। वहां पर आज से एक अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान के तहत पुलिस, नशा मुक्ति केंद्रों में इस बात की जांच करेगी कि वहां की क्या व्यवस्था है ? थाने के अधिकारी खुद वहां विजिट करेंगे। नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने वालों के बारे में पूरी जानकारी पुलिस लेगी। डॉक्टरों की वहां क्या व्यवस्था है। यदि डॉक्टर नहीं है तो विजिटिंग डॉक्टर है या नहीं यह भी देखा जाएगा।
इसके अलावा नशा मुक्ति केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं और लगे हैं तो उनका बैकअप कितना है। इस पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। एसएसपी के मुताबिक नशा मुक्ति केंद्रों में शिकायती रजिस्टर भी रखवाया जाएगा और उसे चेक किया जाएगा।
यदि वहां भर्ती किसी भी व्यक्ति या उसके परिवार वालों को किसी प्रकार की शिकायत होती है तो वे वहां रजिस्टर में दर्ज कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति केंद्रों से 1 हफ्ते में यह ब्यौरा मांगा गया है। यदि कोई भी अनियमितता इसके बाद किसी प्रकार की वहां मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक सवाल के जवाब में कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस बात की भी जांच की जाएगी कि नशा मुक्ति केंद्र संचालकों के खिलाफ यदि कोई क्रिमिनल केसेज हैं तो वे किस प्रकार के हैं। उसी के मुताबिक उन्हें मिलने वाले लाइसेंस पर कार्रवाई की जाएगी।