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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी A I की मदद से लकवे से ग्रस्त एक मरीज ठीक होकर अपने पैरों पर चलने लगा है।
जी हां, यह खबर पूरी दुनिया के उन लाखों करोड़ों लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है जो किसी ना किसी कारण से लकवे से ग्रस्त होकर आधी अधूरी जिंदगी जी रहे हैं।
यह खबर न्यूयॉर्क से है जहां कैथ्यू नाम का एक शख्स, जिसने कुछ महीने पहले स्विमिंग पूल में छलांग लगाई लेकिन जब उसे होश आया तो उसने खुद को अस्पताल में पाया।
डॉक्टरों ने उसे बताया कि उसकी बॉडी में पैरालाइसिस का अटैक हुआ है वह कभी चल नहीं पाएगा। लेकिन कैथ्यू ने हिम्मत नहीं हारी।
उसकी जिजीविषा को देखते हुए डॉक्टरों ने निर्णय किया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस A I की मदद से उसके दिमाग का ऑपरेशन किया जो लगभग 15 घंटे तक चला।
बताया गया कि उसके बाद कैथ्यू के शरीर में पॉजिटिव रिजल्ट आया। अब वह अपने पैरों पर खड़ा होकर चल रहा है।
हालांकि शुरुआती दौर में थोड़ी मुश्किल है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि वह जल्द ही नॉर्मल हो जाएगा।
लकवे से ग्रस्त विश्व मरीज को ठीक करने के लिए इस ऑपरेशन में लाखों नहीं करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं जोकि कैथ्यू के पास नहीं थे।
लेकिन उसने अपने दिए फंड इकट्ठा करने की अपील की उसके बाद उसे अमेरिका से लगभग ₹30 करोड़ मदद के तौर पर लोगों ने इकट्ठा करके दिए।
मेडिकल के क्षेत्र में इस ऑपरेशन को एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है।
अभी यह इलाज बहुत अधिक महंगा है लेकिन आने वाले सालों में काफी कम खर्च में लकवे से ग्रस्त मरीजों का इलाज हो सकेगा। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।