देहरादून। विधानसभा परिसर में बुधवार को योगाचार्य सविता उपाध्याय ने कहा कि कार्यालयों में बैठकर काम करने वालों को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक रूप से योग और प्राणायाम करना चाहिए।
उन्होंने विधानसभा के कार्मिकों को मानसून के मौसम में होने वाली बीमारियों के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के योगासन एवं प्राणायाम की क्रिया का अभ्यास कराया। साथ ही संतुलित आहार लिए जाने पर विशेष ध्यान देने की बात कही l
प्रत्येक माह कि 21 तारीख को उत्तराखंड विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की प्रेरणा से योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसी श्रृंखला में बुधवार को 38 वां कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमें प्रसिद्ध योगाचार्य सविता उपाध्याय ने योग प्रशिक्षक के रूप में कहा है कि योग व्यक्ति के अंदर स्फूर्ति का संचार करता है, योग मन और चित को ठीक रहता है।
उन्होंने कहा कि नियमित योग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होता है। उपाध्याय ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जो लोग नियमित योग करते थे उनको कोरोना का प्रभाव कम हुआ है। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए नियमित योगाभ्यास जारी रखने की बात कही।
श्रीमती उपाध्याय ने कहा कि संतुलित आहार एवं नियमित क्रमबद्ध ढंग से योग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और इसके कारण आसानी से रोग हमारे शरीर पर प्रतिघात नहीं कर पाते।
उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यालयों के अंदर अधिकांश कार्मिक एक ही स्थान पर बैठकर अपने कार्यालय के कार्य संचालित करते हैं। ऐसे तमाम लोगों के लिए नियमित योग करना अति आवश्यक है। इस अवसर पर विधानसभा के कार्मिकों ने योगाचार्य सविता उपाध्याय का शॉल ओढ़ाकर एवं गंगाजली भेंट कर सम्मान भी किया l
इस अवसर पर कार्यक्रम में अनेक कार्मिक गण उपस्थित हुए, जिसमें विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, प्रमोद पांडे, हेम गुरुुरानी, भारत चौहान, राजेंद्र चौधरी, दीप चंद्र, हरीश चौहान, कपिल धोनी, राकेश पाल, बालम बगडवाल, किशोर पांडे, कैलाश अधिकारी, शेखर चंद्र कांडपाल, महिपाल महरा, चंद्रपाल, सरस्वती, मीनाक्षी, विवेक चमोला, गौरव, सोनू कुमार आदि सहित अन्य उपस्थित थे।