देहरादून। शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति के तत्वाधान में आयोजित गीत नृत्य एवं वादन प्रतियोगिता “रुद्राक्ष” कार्यक्रम में नृत्य कला का तीन चक्रों के पश्चात अंतिम निर्णय गूगल मीट पर किया गया, ज़िसमें प्रदर्शन के आधार पर 3 निर्णायक मंडल के सदस्यों द्वारा परिणाम घोषित किये गये अंकों के आधार पर प्रतियोगिता का परिणाम निम्नलिखित प्रस्तुत है:
वर्ग- (ए)
शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम- जिनीषा गोस्वामी,
द्वितीय- महर दुआ,
तृतीया- गुरनीत कौर,
उप शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम- अगन्या भंडारी,
द्वितीय- गर्विता सेठी,
तृतीया- यज्ञशी पोखरियाल,
लोक नृत्य में
प्रथम- अगन्या भंडारी,
द्वितीय- बिपाशा आर्य,
तृतीय- सुदीक्षा रावत,
फिल्मों पर आधारित
प्रथम- पेहुन पटेल,
द्वितीय- अक्षी राणा,
तृतीय- अनन्या पंवार एवं रावि शर्मा-
इसके साथ ही शास्त्रीय संगीत पर आधारित
ग्रुप (बी)
प्रथम- गौरव अग्रवाल,
द्वितीय- हीया जालवाल,
तृतीय- श्रीया राव एवं प्रियल जोशी,
उप शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम- आयुषी चतुर्वेदी,
द्वितीय- अम्बिका शर्मा
फिल्मों पर आधारित नृत्य में
प्रथम- अमीथी पटेल,
द्वितीय- अलिशा मुयाल एवं अदिती शर्मा,
तृतीया- विदुषी शर्मा एवं अमीषी शर्मा,
वर्ग – (सी)
प्रथम- रूबी वैश्य,
द्वितीय- शिवानी रावत,
तृतीया- गायत्री भंडारी,
इसके अतिरिक्त शिरीन दुआ, जोया मलिक, पायल आर्य एवं समीक्षा आर्य को सांत्वना पुरस्कार/सम्मान के लिए चुना गया,
रुद्राक्ष कार्यक्रम के मुख्य संयोजक एवं संस्थापक अध्यक्ष- स्वामी एस. चन्द्रा ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भूमिका निर्णायक सदस्य डा. संतोष आशिष (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, देहरादून, उत्तराखण्ड), श्रीमती शालिनी गुप्ता (नृत्य / हिन्दी अध्यापिका, जयपुर, राजस्थान), श्री ब्रिजेश पंत (संगीत एवं नाटय कला अध्यापक, नागपुर, महाराष्ट्र), श्रीमती उषा कोटनाला (पूर्व संगीत अध्यापिका, देहरादून, उत्तराखण्ड), द्वारा निभाई गई, सभी निर्णायक मंडल के सदस्यों का संस्था आभारी है तथा भविष्य में भी सहयोग चाहते हैं,
सर्व सहमती से वनारस (उत्तर प्रदेश) के गौरव अग्रवाल- “कत्थक” में “शैल नृत्यश्री” सम्मान के लिए चुना गया,
स्वामी चन्द्रा ने बताया कि रुद्राक्ष कार्यक्रम के अन्तर्गत नृत्य प्रतियोगिता 22 जून से 30 अगस्त 2021 तक लगातार चली, ज़िसमे पूरे चार चक्र हुये,
डा. संतोष आशिष, श्रीमती शालिनी गुप्ता, ब्रिजेश पंत, स्वामी एस. चन्द्रा द्वारा प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए और अधिक परीश्रम करने पर जोर दिया तथा कोरोना काल अभी खत्म नही हुआ है केवल कम हुआ है, इस लिए हमें अभी और सजग रहने की ज़रुरत है।