देहरादून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हुई ऑनलाइन काव्य प्रतियोगिता के 4 वर्गों में इशिता चौहान, निष्ठा त्रिपाठी, सिमरन दिवाकर, अलका जोशी ने प्रथम स्थान हासिल किया।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फॉर सोसाइटी (गति) की ओर से अपनी सहयोगी संस्थाओं स्पेक्स देहरादून, शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति, निश्चय वेलफेयर सोसाइटी, आस्था कलस्टर, श्रमयोग आदि के सहयोग से आनलाईन काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य कोविड-19 के निराशापूर्ण वातावरण से बाहर निकल कर एक हरे-भरे सकारात्मकता वातावरण की ओर ले जाना रहा। इसमें संस्था द्वारा वरिष्ठ व स्थापित काव्य रचनाकारों का एक निर्णायक मंडल बनाकर समस्त प्राप्त रचनाओं को उनके निर्णायक विचारों हेतु प्रेषित किया गया, ज़िसमें डा. अलका पांडेय, संतोष कुमार, अनुज पैन्यूली ओर श्रीमती बीरबाला को सम्मिलित किया।
संस्था द्वारा इस प्रतियोगिता को चार वर्गों में विभाजित किया गया। जिसमें प्रथम वर्ग कक्षा 5 से कक्षा 8 तक, द्वितीया वर्ग में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक, तृतीय वर्ग में स्नातक से स्नातकोत्तर तक एवं चतुर्थ वर्ग में अन्य सभी अन्य की रचनाओं को आमांत्रित किया गया था।
इस प्रतियोगिता में प्रत्येक श्रेणी से प्रथम, द्वितीया, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी का चयन निर्णायक मंडल द्वारा किया गया। प्रथम वर्ग में कुल 38 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया, ज़िसमें प्रथम इशिता चौहान, द्वितीय गौरी यादव एवं श्रेया पंवार व तृतीय सत्यम प्रजापति ने स्थान प्राप्त किया।
द्वितीया वर्ग में कुल 47 ने भाग लिया, प्रथम निष्ठा त्रिपाठी, द्वितीया उदय यादव एवं तृतीय आरती पंवार ने प्राप्त किया। तृतीय वर्ग मे कुल 62 ने भाग लिया, प्रथम सिमरन दिवाकर, द्वितीया निमेष कंडारी एवं तृतीय स्थान प्रेक्षा धोबल ने प्राप्त किया।
चतुर्थ वर्ग मे कुल 128 ने भाग लिया, प्रथम अलका जोशी, द्वितीया डॉ. विनीत कुमार एवं तृतीय डी0 पी0 एस माटा ने प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता मे कुल 275 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
स्पेक्स देहरादून, शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति, निश्चय वेलफेयर सोसाइटी, आस्था कलस्टर, श्रमयोग आदि सहयोगी संस्थाओं ने प्रतियोगिता को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।
संस्था द्वारा सभी सफल प्रतिभागियों को काव्य प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं तथा सभी सहयोगी संस्थाओं एवं निर्णायक मंडल के सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।