देहरादून। दून उद्योग व्यापार मण्डल की जूम मीटिंग में अलग-अलग बिजनेस से जुड़े व्यापारियों ने इस कोरोना महामारी के दौरान बढ़ाई गई बिजली दरों का एकजुट होकर विरोध किया। व्यापारियों ने कहा ऐसे समय में सरकार को हर तबके के साथ व्यापारियों का भी ध्यान रखना चाहिए और किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए।
अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा आज-कल जिस प्रकार कोविड संक्रमण फैल रहा है। करोबार बहुत कम हो रहा है और व्यापारिक प्रतिष्ठान बन्द है। ऐसे में सरकार द्वारा बढ़ाया गया विद्युत दर प्रदेश की जनता के ऊपर कुठाराघात है ।
कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि शीघ्र ही दून उद्योग व्यापार मण्डल मुख्यमंत्री से संपर्क कर उनका ध्यान इस ओर आकर्षित करेंगे और उनसे प्रदेश की जनता को राहत प्रदान करने की अपील करेंगे।
महासचिव सुनील मेसोंन मे कहा कि यद्यपि ऐसे समय मे तो सरकार द्वारा जनता को विभिन्न छूट दी जानी अपेक्षित थीं और यह कदम उन उम्मीदों के बिल्कुल विपरीत है । डी डी अरोड़ा ने कहा कि हर प्रकार का व्यापारी वर्ग गत 1 वर्ष से वैसे ही कोविड की मार से त्रस्त है सरकार को प्रदेश जी जनता के प्रति सदभाव रखना चाहिए और हर सम्भव सहयोग करना चाहिए ।
होटल एसोसिएशन से मन्नू कोचर ने कहा कि होटल का बिजली का बिल वैसे ही लाखों में आता है औऱ टूरिस्ट सीजन भी न्यून हो गया है ऐसे में कैसे हम होटल का बढ़ा हुआ बिजली का बिल देंगें ।
होटल एसोसिएशन के इलियास अहमद ने कहा कि बैंकों की किस्तें ही इतनी बकाया है ऊपर से ब्याज और स्टाफ की तनखा का बोझ इतना है कि बढ़ा हुआ बिजली का बिल व्यापारियों के ऊपर जुल्म रूपी बोझ डाला जा रहा है आगे 4 महीने ही गर्मी के व्यापार के होते हैं जो पिछले साल भी बर्बाद हो गए और इस साल भी वही हालात हैं ।
राकेश ओबेरॉय ने कहा कि जितने ऑटोमोबाइल डीलर हैं। उनके यहाँ अनेकों स्टाफ है जिनकी तनख्वाह भी समय से देनी आवश्यक है और ऊपर से हाउस टैक्स वैसे ही इतना बढ़ा हुआ है अब उसके साथ साथ बिजली के बिल की दरें भी अनावश्यक बढा दी गईं है जो पहले से ही बढ़ी हुई थी। लिहाजा हमारा मुख्यमंत्री से निवेदन है कि बढ़ी हुई विद्युत दर को कम से कम एक वर्ष के लिए टाला जाए। कपड़ा कमेटी के परवीन जैन ने कहा है कि कोरोना की सबसे ज्यादा मार कपड़ा व्यवसाय पर पड़ी है लिहाजा विद्युत की बढ़ी हुई दरें तत्काल प्रभाव से वापिस होनी चाहिए ।
इलेक्ट्रिक एसोसिएशन की तरफ से सचिन माहेश्वरी ने कहा कि पिछले एक वर्ष से निर्माण कार्य वैसे भी कम हो रहे हैं जिस कारण हमारे व्यवसाय में बहुत ही ज्यादा मंदी है । हमारे यहाँ हर श्रेणी छोटे बड़े व्यापारी हैं । किसी ने मकान की क़िस्त देनी है, किसी ने दुकान का किराया देना है, जो देना भी भारी पड़ रहा है तो इस समय अनावश्यक बोझ व्यपारियों के ऊपर ना लादा जाए।
मीडिया प्रभारी डॉ देवेंद्र ढल्ला द्वारा जानकारी प्रदान करते हुए बताया गया कि उक्त जूम बैठक में दून उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपिन नागलिया, कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रभाकर, महासचिव सुनील मेसोंन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डी डी अरोड़ा और परवीन जैन, दीपक गुप्ता, रोशन लाल, ब्रिज लाल बंसल, विजय कोहली, कुलभूषण, मीत अग्रवाल, आदेश गर्ग, नवनीत मल्होत्रा, मनीष नन्दा, युवा डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन के संजीव अग्रवाल, राकेश महेंद्रू, विजय खुराना, संजीव, अनुपम गुलाटी, पीयूष मौर्या, ललित बोरा, सोहन लाल बजाज, आतेश शर्मा, अभिषेक शर्मा, ऋषि नन्दा, अनिल माटा, राजेश बडोनी, किशन गुप्ता एवं अन्य व्यापारी शामिल रहे।