देहरादून । अगर आप ऋषिकेश एम्स में इलाज कराने की सोच रहे हैं तो मत जाइएगा। 24 जनवरी 2022 से वहां पर्चे बनने बंद हो रहे हैं। केवल इमरजेंसी मरीजों को ही लिया जाएगा या जिनका पहले से इलाज चल रहा है उन्हीं को सुविधा मिलेगी।
कोविड 19 के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स,ऋषिकेश अस्पताल प्रशासन ने जनरल ओपीडी सुविधाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय 24 जनवरी (सोमवार) से लागू होगा। बताया गया है कि अस्पताल में बढ़ती भीड़भाड़, संक्रमण के चलते यह निर्णय लिया गया है, लिहाजा अब इमरजेंसी मरीजों को छोड़कर अन्य सभी सामान्य स्तर के मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे। अस्पताल प्रशासन की ओर से इमरजेंसी सेवाएं, ट्रॉमा सेवाएं और रेडियोथेरेपी से संबंधित सेवाओं को निर्बाध रूप से जारी रखा गया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में सोमवार( 24 जनवरी) से जनरल ओपीडी सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया गया है। चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय की ओर से कोविड संक्रमण के लगातार बढ़ते ग्राफ के मद्देनजर आम मरीजों को सलाह दी गई है कि वह खुद को भी कोविड संक्रमण से बचाते हुए एम्स की टेलिमेडिसिन सेवाओं का लाभ उठाएं। एम्स प्रशासन ने बताया कि अस्पताल में सभी प्रकार की इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रखी गई हैं। एम्स में कार्यरत स्टाफ को भी शत-प्रतिशत कोविड गाइडलाइन का पालन करने की हिदायत दी गई है।
संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर अश्वनी कुमार दलाल ने एम्स प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी दी और बताया कि जनरल ओपीडी सेवाएं सोमवार से बंद रहेंगी, जबकि इमरजेंसी सेवाओं को 24 घंटे निर्बाध गति से संचालित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा कैंसर ग्रसित वह मरीज जिनका पहले से इलाज चल रहा है और जिन्हें कीमोथेरेपी तथा रेडियोथेरेपी की आवश्यकता होती है, उनके लिए यह दोनों सेवाएं भी सुचारू रहेंगी।
एमएस प्रोफेसर अश्वनी कुमार दलाल ने बताया कि अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए मरीजों को चाहिए कि वह एम्स की टेलिमेडिसिन सेवाओं का लाभ उठाएं और इस सेवा से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि मरीज टेलिमेडिसिन सेवाओं के संपर्क नम्बर निम्न हैं।
टोल फ्री नंबर 1800-180-4278, दूरभाष नंबर 7454989545, 9621539863, 7302895044 । उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कोविड संक्रमण की गंभीरता समझनी होगी और केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा जारी कोविड गाइडलाइनों का पालन सुनिश्चित करना होगा।