देहरादून। हरिद्वार महाकुंभ में आज सुबह से ही भारी संख्या में साधु-संतों ने सर्वप्रथम स्नान किया। उसके बाद लाखों की संख्या में आम लोगों ने गंगा जी में डुबकी लगानी शुरू की, जिनकी संख्या देर रात तक लगभग 30 लाख पार कर गई। हर तरफ हर हर गंगे और गंगा मैया की जय के उद्घोष गूंजते रहे।
इस अवसर पर स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कुंभ की व्यवस्थाओं पर निगाह रखे हुए थे। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ पूरा प्रशासनिक अमला कुंभ की व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने में जुटा रहा। इस बात पर जोर दिया गया कि कहीं से भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
विशेष बात यह रही कि आज महामारी के चलते कुंभ को सफल बनाना भी उत्तराखंड सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन कर आया है। क्योंकि आस्था के सैलाब की आगे कोई भी महामारी टिक नहीं सकती। लेकिन इस दौरान व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त करना अत्यधिक आवश्यक हो जाता है।
हालांकि सरकार की ओर से कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए थे कि उन्हें अपने साथ कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लानी आवश्यक होगी। लेकिन जिन श्रद्धालुओं के पास रिपोर्ट नहीं होगी उनके लिए निर्मल स्टेशन और बस अड्डे पर एंटीजन टेस्ट कराने की व्यवस्था की गई है।