देहरादून। 26 अप्रैल से चल रहे लॉकडाउन से लोगों के सामने जान बचाने के साथ-साथ रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। इस समस्या से कोई वर्ग अछूता नहीं है खास तौर पर दून के छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए बहुत मुश्किल हो गई है। उनकी दुकानें बंद है कोई आमदनी नहीं है खर्चे पूरे करने पड़ रहे हैं। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में मांग की है कि उनकी मुख्य जरूरतों को पूरा करने के लिए उनकी आर्थिक मदद की जाए।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भेजे ज्ञापन में दून के व्यापारियों ने कहा कि आप द्वारा जो लॉकडाउन की घोषणा की गई और सभी से ऑफिस, दुकान, कारखाने बन्द रखने का आग्रह किया गया ओर इसके बाद भी अभी कोरोना वायरस की महामारी के चलते जिस प्रकार से कोरोना संक्रमित के आँकड़े दिन पर दिन उत्तराखंड प्रदेश में बढ़ते जा रहे है। इन हालातों को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है की यह लॉकडाउन इतनी जल्दी नहीं समाप्त होगा।
उन्होंनेे कहा पत्र को संज्ञान मे लेते हुए हम छोटे मंझोले व्यापारियों के बारे मे भी ध्यान दीजिये। व्यापारी तो इस अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं अगर यह रीढ़ ही मजबूत नहीं रहेगी तो अर्थव्यवस्था कैसे मजबूत रहेगी। कृपया करके अब इस वक़्त व्यापारियों को मजबूत कर उनके हितो को ध्यान मे रखते हुए कुछ मजबूत निर्णय लेें ताकि इस आपदा की घडी़ में व्यापारियों को कुछ राहत मिल सके।
आम आदमी की तरह व्यापारियों को भी खर्चों से दो चार होना पड़ रहा है।
(1) घर का खच॔
(2) बच्चों की स्कूल फीस
(3) बच्चों की ट्यूशन फीस
(4) घर ओर दुकान का लाइट बिल
(5) दुकान के कम॔चारीयों का वेतन
(6) जी एस टी का खच॔
(7) मुनीम की फीस
(8) बैंक का ब्याज
(9) मकान या दुकान की EMI किश्त
(10) दुकान या मकान का किराया
(11) दुकान ओर मकान की प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स
(12) बच्चों की स्कूल वेन की फीस
(13)गाड़ी के लाइसेंस ओर इंश्योरेंस का खच॔
(14) परिवार के इंश्योरेंस का खच॔
(15) बच्चों के स्कूल की काँपी ओर किताब का खच॔
(16)ओर अन्य फुटकर खच॔
उन्होंनेे कहा इस कोरोना की महामारी के चलते लॉकडाउन में सबसे ज्यादा व्यापारियों ओर मिडिल क्लास वालो को फक॔ पड़ा है क्योंकि हमारे तो सभी खच॔ चालू है लाँकडाउन के चलते सभी के व्यापार ठप्प हो गये हैं बैंक से जिन्होंने भी लोन या कज॔ लिया है लाँकडाउन के चलते उनकी सिर्फ कुछ कि किश्तों को आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन ब्याज माफ नहीं कर रहे हैं ओर लाँकडाउन के चलते जब तक किश्त बढेगी तब तक बैंक ब्याज के उपर ब्याज वसूलेगी।
अब सवाल ये उठता है कि व्यापारी और मिडिल क्लास वालो का गुजारा कैसे होगा क्योंकि दुकान खुली हो या बन्द हो उनके तो सभी खच॔ चालू है ।
• जो हमारे उपर बैंक का ब्याज,
• बच्चों की स्कूल फीस,
• घर ओर दुकान का लाइट बिल,
• प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स,
• GST खच॔,
ये सभी खच॔ 12- महीने के लिए माफ किये जायें ।कोरोना काल मे सबसे अधिक व्यापारी प्रभावित हुआ हैं और समय समय पर व्यापारियों द्वारा सरकार को हर तरह का सहयोग दिया गया अब वक़्त आ गया हैं सरकार को भी व्यापारियों का भी सहयोग करना चाहिए हमे आपस पर अत्यधिक विश्वास हैं कि व्यापारियों की इस परीस्थिति हमारे प्रदेश की सरकार सहयोग देगी।
इस अवसर पर वर्चुअल बैठक के माध्यम से संरक्षक सुशील अग्रवाल, महासचिव पंकज, उपाध्यक्ष शेखर फुलारा, हरीश विरमानी, राजीव सच्चर, बलदेव पराशर, युवा अध्यक्ष मनन आनंद, युवा उपाध्यक्ष मनीष मोनी, युवा सहसचिव दिव्य सेठी, युवा महासचिव मोहित मेहता, युवा कोषाध्यक्ष नितेश मल्होत्रा, अमरदीप अध्यक्ष पटेल नगर, हेम रस्तोगी अध्यक्ष कारगी, पुनीत सहगल अध्यक्ष प्रेम नगर जसपाल छाबड़ा, विनय नागपाल, महेश महेन्द्रू, सुरेश गुप्ता, सचिन डोरा, हरजीत सिंह, सनी कुमार, गोपाल कपूर, विनीत मिश्रा, रोहित बहल, शैलेश चांदना, राजेश गोयल, हरमीत जैसवाल आदि पदाधिकारी मौजुद रहे ।