देहरादून। उत्तराखंड राज्य एकीकृत सहकारी विकास परियोजना कार्यालय में आज राज्य स्तरीय योजना समिति की बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष की 76 योजनाओं के लिए 95 करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम निदेशक, यूकेसीडीपी, आर मीनाक्षी सुंदरम, आईएएस, सचिव, सहकारिता की अध्यक्षता में परियोजना मुख्यालय में हुई बैठक में एनसीडीसी द्वारा वित्त पोषित राज्य एकीकृत सहकारी विकास परियोजना के विभिन्न क्षेत्रों को आवंटित किए गए सौ करोड़ के फंड की समीक्षा की गई।
परियोजना के तहत की जाने वाली गतिविधियों की क्षेत्रवार प्रस्तुति संबंधित परियोजना निदेशकों द्वारा की गई। यह परियोजना चार अलग-अलग क्षेत्रों यानी सहकारी, डेयरी, भेड़ और बकरी, और मत्स्य पालन में गहन रूप से काम कर रही है।
सीपीडी द्वारा परियोजना के तहत की जाने वाली गतिविधियों के त्वरित क्रियान्वयन के संबंध में निर्देश दिये गये. वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए परियोजना के तहत सहकारी क्षेत्र की 76 योजनाओं के लिए ₹95 करोड़ के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। डेयरी क्षेत्र में आगामी वित्तीय वर्ष के लिए ₹15 करोड़ के प्रस्ताव दिए गए।
परियोजना के तहत पशुपालकों के लिए 3 व 6 दुधारू पशु इकाइयों की स्थापना के लिए निर्धारित लक्ष्य में दो दुधारू पशु इकाइयों की स्थापना के लक्ष्य को शामिल करने पर विचार किया गया. रजिस्ट्रार सहकारिता आनंद स्वरूप, अपर रजिस्ट्रार सहकारिता श्रीमती. इरा उप्रेती, परियोजना नोडल अधिकारी आनंद एडी शुक्ला, निदेशक डेयरी बीएल फिरमल, पीडी डेयरी जयदीप अरोड़ा, आरएन तिवारी, डॉ नृपेंद्र, पीडी भेड़ बकरी, डॉ अवनीश आनंद, डॉ अनिल मैखुरी, कृषि निदेशक गौरी शंकर, अमित कुमार, पीडी मत्स्य एच.के. पुरोहित, यूकेसीडीपी परियोजना प्रबंधक मनोज रावत, महाप्रबंधक सूचना एवं प्रसारण श्रीमती नीलम भट्ट सिल्सवाल, एडीसीओ भरत सिंह रावत उपस्थित थे।