देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी का पॉश इलाका, राजपुर रोड। यहां पूरी सड़क पर डिवाइडर लगा है और किसी-किसी जगह पर कट हैं। आम लोगों को अपनी गाड़ियां मोड़ने के लिए लंबे कट तक जाना पड़ता है। लेकिन राज्य के एक ऐसे वीआईपी साहब हैं, जिनके लिए बाकायदा डिवाइडर को काटकर लोहे का स्लाइडिंग डिवाइडर बना दिया गया है।
हद तो इस बात की हो गई है कि उस स्लाइडिंग वाले डिवाइडर को खोलने और बंद करने के लिए एक सिपाही की ड्यूटी लगाई गई है, जब भी साहब की गाड़ी आती है तो सिपाही स्लाइडिंग डिवाइडर का ताला खोलकर डिवाइडर हटा देता है और जोर से साहब को सेल्यूट मारता है फिर दोबारा गेट बंद कर देता है।
यह भी देखने लायक बात है कि राज्य के सिर्फ एक ही साहब ऐसे हैं, जिनकी कार इस स्लाइडिंग वाले डिवाइडर से गुजरती है और आती है और कोई गाड़ी उस डिवाइडर को पार नहीं कर सकती। आम आदमी की हैसियत तो छोड़ ही दीजिए।
इस बारे में यूकेडी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट एनके गुसाईं का कहना है कि यह उत्तराखंड का दुर्भाग्य ही है कि राज्य की मांग को लेकर लाठी-गोली खाने वाले आज अपने हक के लिए दर-दर को भटक रहे हैं। मामूली कामों के लिए उन्हें नियम-कानून समझाए जाते हैं। लेकिन राजधानी में एक वीआईपी अफसर के लिए सड़कों पर कानून बदल दिए जाते हैं।