देहरादून। ऋषिकेश के दो लड़कों ने मिलकर मारुति 800 कार चोरी करने की योजना बनाई और कार चोरी कर भी ली। लेकिन उनकी प्लानिंग तब सफल नहीं हो पाई जब वह चोरी की कार लेकर एक कबाड़ी के पास पहुंचे और उसे बताया कि यह कार हमारी है और हम इसे बेचना चाहते हैं। लेकिन कबाड़ी ने कार खरीदने से मना कर दिया। बस इसी दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
पुलिस के अनुसार कोतवाली ऋषिकेश में वादी राहुल काला पुत्र धर्मेंद्र कला निवासी गली नंबर 9 हनुमंत पुरम गंगा नगर ऋषिकेश देहरादून के द्वारा एक लिखित तहरीर बाबत 17 फरवरी 2022 को उनकी कार मारुति 800 रजिस्ट्रेशन नंबर UP07E3332 को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चोरी कर लेने के संबंध में दी गई|
मामले की जानकारी उच्च अधिकारी गणों को देकर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा चोरी की गई कार की बरामदगी एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गई।
गठित टीम के द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए घटनास्थल एवं आस पास आने जाने वाले मार्गो पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करते हुए, सर्विलांस की सहायता लेकर, इस प्रकार की चोरी में शामिल पुराने चोरों की जानकारी करते हुए भौतिक सत्यापन कर, उच्च कोटि की पतारसी सुरागरसी करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया|
पुलिस के अनुसार महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर दिनांक 18 फरवरी 2022 को मुखबिर की सूचना पर गोल चक्कर आईडीपीएल के पास से दो अभियुक्तों को चोरी की घटना में प्रयुक्त एसेंट कार रजिस्ट्रेशन नंबर UK07Z5499 के साथ गिरफ्तार किया गया|
पुलिस ने बताया दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर चोरी की गई मारुति 800 कार रजिस्ट्रेशन नंबर UP07E3332 को गोल चक्कर आईडीपीएल के पास जंगल में झाड़ियों से बरामद किया गया|
*नाम पता गिरफ्तार अभियुक्त*
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1- ओमकार सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी सर्वहारा नगर काले की ढाल ऋषिकेश देहरादून उम्र 20 वर्ष
2- प्रशांत पुत्र रमेश कुमार निवासी जरोदा थाना बुदारी दिल्ली 84
हाल निवासी- आवास विकास कॉलोनी ऋषिकेश देहरादून उम्र 19 वर्ष
*बरामदगी*-
1-चोरी की गई मारुति-800 कार रजिस्ट्रेशन नंबर UP07E3332
2- घटना में प्रयुक्त एसेंट कार रजिस्ट्रेशन नंबर UK07Z5499
*पूछताछ विवरण*
पूछताछ करने पर दोनों अभियुक्तों के द्वारा बताया गया कि पैसे कमाने के चक्कर में हम दोनों के द्वारा कार चोरी कर कबाड़ी को बेच देने का प्लान बनाया गया|
दिनांक 17 फरवरी को हम दोनों ओमकार की एसेंट कार से गंगानगर पहुंचे तथा मारुति 800 कार को अपनी एसेंट कार के पीछे रस्सी से बांधकर खींच कर ले जाकर भानियावाला तिराहे के पास दिलशाद कबाड़ी के पास ले गए तथा उसे बताया कि यह कार हमारी है जिसे हम कबाड़ में बेचना चाहते हैं परंतु दिलशाद कबाड़ी ने कार खरीदने से मना कर दिया जिसके बाद हम दोनों उक्त कार को वापस गोल चक्कर आईडीपीएल के पास लाकर झाड़ियों में छुपा दिया हमने प्लान बनाया कि एक-दो दिन में इस कार को किसी अन्य कबाड़ी को बेच देंगे परंतु आप लोगों के द्वारा पकड़ लिया गया|