देहरादून। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रियल इम्पेक्ट रैंकिंग 2025 की घोषणा में उत्तरांचल विश्वविद्यालय को सशक्तिकरण आधारित प्रबन्धन और लागत-लाभ प्रबन्ध की श्रेणी में भारत में प्रथम व विश्व में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि फडिंग फॉर सस्टेनेबिलिटी श्रेणी में विश्व स्तर पर 8वां स्थान प्राप्त हुआ।
इसके साथ ही उत्तरांचल विश्वविद्यालय को विश्व की टॉप इनोवेटिव यूनिवर्सिटी की सूची में 101-150 के समग्र बैंड में सम्मानजनक स्थान मिला।
वास्तविक प्रभाव वाले विश्व विश्वविद्यालय (WURI) रैंकिंग एक वैश्विक रैंकिंग प्रणाली है जो उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन उनके वास्तविक प्रभाव और समाज में योगदान के आधार पर करती है।
पारम्परिक रैंकिंग, जो अनुसंधान परिणामों और प्रतिष्ठा पर केंद्रित होती है, के विपरीत, WURI शिक्षा, अनुसंधान में नवाचार और उद्योग एवं समाज के साथ जुड़ाव पर ज़ोर देती है।
यह उन विश्वविद्यालयों को उजागर करती है जो अपने कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के रचनात्मक और प्रभावशाली समाधान प्रस्तुत करते हैं।
कुलपति प्रो. धर्म बुद्धि ने अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी को रैंक सूची प्रस्तुत की और बताया कि डब्ल्यूयूआरआई (WURI) विश्वविद्यालय के समाज में वास्तविक योगदान का मूल्यांकन करता है।
विश्वविद्यालयों के शोध और शैक्षिक कार्यक्रमों के रचनात्मक और अभिनव दृष्टिकोणों को सोलह श्रेणियों के आधार पर उजागर करता हैः छात्र समर्थन और जुड़ाव, छात्र गतिशीलत और खुलापन, औद्योगिक अनुप्रयोग, उद्यमशीलता की भावन, संकट प्रबंधन, नैतिकता और अखंडता, प्रौद्योगिकी विकास और अनुप्रयोग, वैश्विक चुनौतियों के लिए एसडीजी-आधारित प्रतिक्रियाएं, दूरदर्शी नेतृत्व, सशक्तिकरण-आधारित प्रबंधन, ईएसजी रूझान, संस्कृति/मूल्य, स्थिरता के लिए वित्त पोषणः बुनियादी ढांचा/प्रौद्योगिकियां, लागत-लाभ प्रबंधन, विश्वविद्याल ब्रांड और प्रतिष्ठा, प्रत्येक श्रेणी का मूल्यांकन नवीनता, कार्यान्वयन और प्रभाव के आधार पर किया जाता है।
उक्त रैंकिंग में भारत की आईआईटी और विश्व भर के नामचीन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, आल्टो यूनिवर्सिटी, एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी जैसे विश्वविद्यालय भागीदारी करते है।
विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी ने कहा विश्वविद्यालय द्वारा विश्व रैंकिंग में बना यह कीर्तिमान वैश्विक चुनौतियों के रचानात्मक समाधान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की रिसर्च एवं इनोवेशन डिवीजन की विशेष उपलब्धि बताते हुए डिवीजन के निदेशक प्रो. राजेश सिंह सहित सभी शोधकर्ताओं और सहयोगकर्ताओं को बधाई दी।
उन्होंने कहा, “यह वैश्विक मान्यता न केवल उत्तरांचल विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि उत्तराखंड और पूरे देश के लिए भी है। यह लगातार चौथा वर्ष है, जब उत्तरांचल विश्वविद्यालय को WURI वैश्विक रैंकिंग में मान्यता प्राप्त हुई है, जो इसे विश्व मंच पर प्रभावशाली, नवोन्मेषी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करता है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष सुश्री अंकिता जोशी, उपकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा, रजिस्ट्रार डा. अनुज कुमार राणा, प्रो. अनिता गहलोत, राजेश देवरारी सहित विश्वविद्यालय की रिसर्च एवं इनोवेशन डिवीजन के शोधकर्ता उपस्थित रहे।