– उत्तरांचल विश्वविद्यालय में ‘दिवाली फिएस्टा 2025’ का शानदार आयोजन
– विदेशी छात्रों की दमदार गरबा प्रस्तुति ने अचंभित किया
– विश्वविद्यालय ने दी अक्ष्य फाउण्डेशन को 1,25,000 रूपये की सहयोग राशि
देहरादून। उत्तरांचल विश्वविद्यालय का कैम्पस आज आस्था व मनोरंजन के अनूठे संगम से सराबोर दिखा।
देशी व विदेशी छात्र अपनी पारम्परिक वेषभूषा में नजर आये। छात्र कहीं राम धुन पर तो कहीं गरबा में झूमते नजर आये। अवसर था ‘दिवाली फिएस्टा 2025’ का।
इस अवसर पर पूरे कैम्पस को विशेष रूप से सजाया गया था और पूरे दिन क्रमबद्ध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
उत्सव का शुभारम्भ राम रथ यात्रा के साथ किया गया। यात्रा की अगुवाई विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी, उपाध्यक्षा सुश्री अंकिता जोशी, उपकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा, कार्यकारी निदेशक डा. अभिषेक जोशी ने की, जबकि विश्वविद्यालय के समस्त डीन, डायरेक्टर्स, प्रिंसिपल्स, शैक्षिक व गैर शैक्षिक कर्मचारी व बड़ी संख्या में छात्र यात्रा में सम्मिलित हुए। सम्पूर्ण कैम्पस का चक्कर लगाकर यात्रा कार्यक्रम स्थल पर पहुँची।
श्रीराम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान जी के स्वरूप मंच पर विराजमान हुए और सामूहिक राम आरती का आयोजन प्रारम्भ हुआ।
इस अवसर पर प्रस्तुत रामधुन ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में सीता-स्वयंवर का मंचन हुआ, जिसे देख तमाम श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। इसमें प्रस्तुत परशुराम लक्षमण संवाद ने पूरे पंडाल में जोश भर दिया।
जौनसार का नाटी, समूह रामगीत, राजस्थानी घूमर, बाॅलीवुड मिक्स, पंजाबी भंगड़ा व गुजराती गरबा ने खूब वाहवाही लूटी। जब पारम्परिक वेशभूषा में युवाओं की टोलियां गरबा करने निकली तो पूरा पंडाल आकर्षण का केंद्र बन गया।
कार्यक्रम के अंत में सामूहिक डांडिया का आयोजन हुआ जिसमें युवक-युवतियां मैदान में उतरे और डांडियां में मस्त रहे। विदेशी छात्रों ने भारत की पारम्परिक वेशभूषा में गजब का डांडियां प्रस्तुत कर सबको अचम्भित कर दिया।
अपने सम्बोधन में विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जोशी ने कहा युवाओं ने राम यात्रा, राम आरती और भक्ति पर आधारित प्रस्तुतियाँ देकर आज के दिन को यादगार बना दिया। उन्होंने कहा श्री रामचंद्र जी के जीवन से प्रेरणा लेकर हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।
उन्होंने गरीब बच्चों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराने को समर्पित संस्था अक्ष्य फाॅउण्डेशन को 1,25000 रूपये की सहयोग राशि देकर अवसर को सार्थक बनाने का प्रयास किया।
इस अवसर पर प्रो. शालिनी वोहरा, प्रो. प्रदीप सूरी, प्रो. सोनल शर्मा, डा. अमित भट्ट, प्रो. अजय सिंह, प्रो. शरद पाण्डेय, प्रो. विकास जखमोला व प्रो. मनीष बडोनी, रीता रौतेला, सौरभ राजवंशी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।