देहरादून। शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति (स्थापित-1986) के तत्वावधान में अखिल भारतीय गीत, नृत्य एवं वादन प्रतियोगिता “रुद्राक्ष” का निर्णायक मंडलों द्वारा द्वितीय चक्र का अंतिम परिणाम इस प्रकार से है।
शास्त्रीय संगीत पर आधारित
ग्रुप (ए) नृत्य
प्रथम- गुरनीत कौर,
द्वितीय- जिनीषा गोस्वामी
तृतीय- महर दुआ
उप शास्त्रीय संगीत पर आधारित नृत्य
प्रथम- गर्विता सेठी
द्वितीय- अगन्या भंडारी
तृतीय- यज्ञशी पोखरियाल
लोक नृत्य में
प्रथम- अगन्या भंडारी
द्वितीय- बिपाशा (3 वर्ष)
तृतीया- सुदीक्षा रावत
फिल्मी गीतों पर आधारित नृत्य
प्रथम- अनन्या पवार (विकास नगर)
द्वितीय- पेहुन पटेल
तृतीय- अक्षी राणा (हरिद्वार) एवं
रावि शर्मा (जयपुर) रहे हैं,
वर्ग (2) गीत
प्रथम- महक बिष्ट
द्वितीय- ग्यान्तिका जेष्ठा
तृतीया- आस्था आर्य
वर्ग (3) गीत
प्रथम- आयुषि चौहान, ऋषिकेश,
द्वितीय- विशाखा मौर्य, देहरादून
तृतीय- मृणाल रतूड़ी, चमोली
वर्ग (4) गीत
प्रथम- श्री सुमन मुखर्जी, पश्चिम बंगाल,
द्वितीय- श्रीमती अंजलि रावत, देहरादून
तृतीय- श्रीमती शीतल, देहरादून
वर्ग (5) 41 से अधिक आयु गीत
प्रथम- श्री दिनेश जी, देहरादून
द्वितीय- श्री अंकुर कुमार रस्तोगी, देहरादून
तृतीय- श्री जितेंद्र सिंह, देहरादून
ग्रुप (बी) शास्त्रीय संगीत पर नृत्य
प्रथम- हीया जालवाल, उत्तराखण्ड एवं
गौरव अग्रवाल वाराणसी (उ.प्र.)
द्वितीय- प्रियल जोशी, उत्तराखण्ड
तृतीय- श्रीया राव, कानपुर (उ.प्र.)
उप शास्त्रीय संगीत में आधारित नृत्य में
प्रथम- अंबिका शर्मा, देहरादून
द्वितीय- चारवी पटवा, देहरादून
तृतीया- आयुषी चतुर्वेदी, कानपुर (उ.प्र.)
फिल्मी गीतों पर आधारित नृत्य में
प्रथम- अमीथी पटेल, देहरादून
द्वितीय-अलीशा मुयाल, हरिद्वार, एवं
अमीषी शर्मा, देहरादून
तृतीय- अदिति शर्मा, उत्तराखण्ड एवं
विदुषी शर्मा, जयपुर, (राज.)
ग्रुप (सी एवं डी) नृत्य
प्रथम- रूबी वैश्य, उत्तराखण्ड
द्वितीय- शिवानी रावत, उत्तराखण्ड
तृतीय- गायत्री भंडारी, देहरादून
रहे हैं सभी प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं
सांत्वना पुरस्कार (प्रमाण पत्र) के लिए चतुर्थ एवं पंचम स्थान वाले प्रतिभागी एक बार पुनः अपनी आवाज में एक और वीडियो भेजनी होगी, जिससे निर्णायक मंडल प्रत्येक वर्ग से एक-एक को सांत्वना पुरस्कार (प्रमाण पत्र) के लिए चुन सकेंगे, उनकी सूचना अलग से भेजी जायेगी I
सभी प्रतिभागियों ने बहुत अच्छा प्रयास किया कुछ संगीत के रुचिकार थे, कुछ संगीत से जुड़ने का प्रयास कर रहे थे, जो कि सराहनीय कदम है, संगीत हमें जीवन सिखाने का एक मात्र सही रास्ता दिखाता है I हमारा मुख्य उददेश्य कोरोना काल में घर में रह कर तनावमुक्त रखना था, जो कि काफी सफलता भी मिली I
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष – स्वामी एस. चन्द्रा (संयोज़क, रुद्राक्ष प्रतियोगिता) ने सभी निर्णायक मंडल के सदस्यों का धन्यवाद किया ज़िन्होने बड़ी मेहनत करके प्रतियोगिता में सहयोग किया, निर्णायक मंडल में उत्तराखण्ड से बाहर के भी कला जगत की विभिन्न विभूतियां हैं, ज़िनमे से एक 99 वर्षिय सुप्रसिद्ध ताबला वादक हैं ज़ो आज भी प्रतिदिन 2 घंटे अभ्यास करते हैं, उनसे हमें ऊर्जा मिलती है।
स्वामी एस. चन्द्रा ने बताया कि निर्णायक मंडल में 12 से 15 संगीत के विद्वान हैं, उनके नाम गोपनीय रखे गये हैं प्रतियोगिता के समापन पर ही बताया जायेगा, निर्णायक मंडल के सदस्यों को भी आपस नही मालूम की कोन-कोन हैं, इस प्रकार का पहली बार प्रयोग किया गया है ज़िससे विश्वसनीयता बनी रहे।