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Sunday, February 23, 2025
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कोरोना हो या नहीं, सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं दून की बेला दीदी के हाथ

 

* वर्षों से निशुल्क सेनेटरी पैड बांट रहीं महिलाओं को 

* जरूरतमंदों को राशन भी देने से कभी नहीं हटतीं पीछे 

* कई निर्धन परिवारों की युवतियों की करा चुकी हैं शादी

देहरादून। जी हां, हम बात कर रहे हैं गढ़ी कैंट की निवासी शिवानी कौशिक गुप्ता की, जो सेवा के क्षेत्र में बेला दीदी के नाम से भी मशहूर हैं। विशेषकर महिलाओं, युवतियों की समस्याओं के निराकरण के लिए वह 24 घंटे तैयार रहती हैं। 

 हम यह शब्द लिखकर बेला का गुणगान नहीं कर रहे हैं बल्कि वह हकदार हैं अपने सेवा भाव के कारण। कोरोना ने तो 1 साल पहले दस्तक दी है और उसके बाद से लोगों को संकट के दौर से गुजरना पड़ रहा है, जिसके चलते तमाम समाजिक संगठन भी हर प्रकार की मदद को आगे आए हैं और उन्होंने जरूरतमंदों की भरपूर सेवा भी की है। 

दूसरी तरफ कोरोना हो या उससे पहले का समय बेला के हाथ कभी भी सेवा करने से पीछे नहीं रहे। उनके घर के गेट पर सुबह से ही महिलाओं, युवतियों और टीनएजर्स बच्चियों को भी अक्सर देखा जा सकता है।

बेला उन्हें सेनेटरी पैड और अंडर गारमेंट्स देने के अलावा आर्थिक रूप से भी मदद करती हैं। साथ ही वह अब तक कई निर्धन परिवारों की युवतियों की शादियां भी करा चुकी हैं। 

यहां तक कि कई परिवार ऐसे हैं जिनके कोरोना के समय प्राइवेट नौकरियां छूट गई या रोजगार खत्म हो गए। उनको भी बेला ने आर्थिक रूप से मदद दी और स्वयं व कई सक्षम लोगों के माध्यम से उनके बच्चों की स्कूलों की फीस का भी प्रबंध कराया। उन्होंने कई घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम कराया और अस्पतालों में बेड आदि की भी व्यवस्था कराई। 

बेला का मानना है कि समाज में सक्षम लोगों को हमेशा जरूरतमंदों की सेवा के लिए तैयार रहना चाहिए। खासतौर पर ऐसे संकट के समय जब हर आदमी स्वास्थ्य और आर्थिक रूप से परेशान है उनकी मदद अवश्य करनी चाहिए। 

 

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