उत्तराखंड क्रांति दल ने उत्तराखंड में विभिन्न भर्तियों में हुई धांधली को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है । दल के निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जयदीप भट्ट ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है बीते कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं में जिस तरह पेपर लीक मामला सामने आया है उस पर सरकार व सरकारी खुफिया तंत्र पर सवालिया निशान है। भट्ट ने कहा कि अफसोस होता है कि राज्य में कई बेरोजगार सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और माफिया व माफियाओ को शह देने वाले अधिकारी नेता अपने चहेतों के लिए परीक्षाओं का पेपर लीक करवा कर हमाई ईमानदार युवा पीढ़ी के सपनो पर कुठाराघात कर रहें हैं। वर्त्तमान सीएम ने ई। परीक्षाओं में हुई धांधली की एसआईटी जांच करवाकर बेहतरीन निर्णय लिया है और एसटीएफ ने भी सराहनीय कार्य किया है। लेकिन जो इस भर्ती धांधली में गिरफ्तार हुए हैं वे या तो अदने से कर्मचारी है या प्राइवेट कार्य करने वाले है। ऐंसे में यहां सोचनीय होता है कि सरकारी बिभागों में बैठे मुखिया क्या इन बातों से अनभिज्ञ थे या जानबूझकर अंधे बने हुए थे। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिल रही है ऊर्जा निगमों की सहायक अभियंता व अवर अभियंता भर्ती में भी धांधली हुई है। ऐंसे में सीएम को ऊर्जा निगमों के प्रबंध निदेशकों के कार्यकाल में हुई भर्ती की उच्च स्तरीय जांच करवानी चहियर क्योंकि सहायक अभियंता भर्ती में लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार का भी प्राविधान है यदि कोई अभ्यर्थी लिखित परीक्षा नकल करके पास हुवा होगा तो साक्षात्कार में सफल नही हो पायेगा , जबकि साक्षात्कार निगमों के प्रबंध निदेशक द्वारा गठित बोर्ड द्वारा किया जाता है। ऐंसे में कहीं न कहीं इन पेपर लीक मामले भर्ती हुए अभ्यर्थियों को इन निगमों के प्रबंध निदेशकों की संलिप्तता हो सकती है। इसलिए इन प्रबंध निदेशकों की कार्यप्रणाली की उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है। भट्ट ने कहा कि इस मामले में शीघ्र ही दल का एक प्रतिनिधमंडल राज्य के मुख्यमंत्री से मिलेगा।