– एक घर में नाबालिग लड़की मिलने की सूचना मिलते ही स्वयं ही पुलिस फोर्स लेकर पहुंचीं
– अमेठी की नाबालिग को मुक्त करा कर किशोरी गृह में भिजवाया
देहरादून। चाहे पुलिस हो या अन्य विभाग के अधिकारी। सभी को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल की कार्य प्रणाली को अपनाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश की एक नाबालिग के देहरादून की एक बस्ती में मिलने की सूचना को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने गंभीरता से लिया और खुद ही पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंच कर नाबालिग को छुड़वाया।
देर रात राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल को सूचना मिली कि एक नाबालिग किशोरी को एक युवक लगभग 8 दिन पहले उत्तर प्रदेश के अमेठी के एक गाँव से देहरादून के हर्रावाला में शिवपुरम कॉलोनी में नदी किनारे प्लॉट में बनी बस्ती में लेकर आया है, और वह किशोरी उस युवक के परिवार के संग रह रही है जो कि अभी 17 वर्षीया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग किशोरी के असुरक्षा का अंदेशा जताया गया। जिसमें राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने तत्काल एसओ डोईवाला से फोन पर वार्ता करते हुए हर्रावाला चौकी की पूरी टीम के साथ मौके पर कर नाबालिग किशोरी को उक्त युवक के कमरे से अपने कब्जे में लेते हुए उसे किशोरी गृह भेजा गया। साथ ही पुलिस टीम ने लड़के को मामले की जांच के लिए चौकी में लाया गया।
मामले में किशोरी से पूछताछ पर परिजनों के नंबर मांगे गए परंतु नंबर याद न होने के कारण उसके परिजनों से सम्पर्क नहीं हो पाया है। मामले में युवक से पूछताछ चल रही है।
आयोग अध्यक्ष ने बताया फिलहाल किशोरी की सुरक्षा को लेकर उसे किशोरी गृह में भेजा गया है। मामला अत्यंत गंभीर है जब तक किशोरी के माता-पिता से बातचीत नहीं हो जाती तब तक उसे किशोरी गृह में रखा जाएगा। यदि किशोरी के माता-पिता से सम्पर्क के बाद ही मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं आयोग अध्यक्ष द्वारा एसओ डोईवाला को इस प्रकार की बनी बस्तियों में रहने वालों के सत्यापन के आदेश दिए गए।