देहरादून। कोरोना महामारी के कारण चल रहे लॉकडाउन ने चाहे बच्चे हो या बड़े सभी की हालत पस्त कर दी है। 2 साल से बच्चों की पढ़ाई चौपट है। ऐसे में मां-बाप को चिंता है कि उनके बच्चों का भविष्य क्या होगा और वे इसी के चलते अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए बार-बार टोकते रहते हैं। लेकिन देहरादून में एक ही मोहल्ले के दो नाबालिग अपने मां-बाप की पढ़ाई की डांट को बर्दाश्त नहीं कर पाए और दोनों खुद ही टैक्सी करके अपने रिश्तेदारों के घर नजीबाबाद भाग गए। लेकिन पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद कर लिया।
थाना रायपुर क्षेत्र की एक महिला एवं एक अन्य व्यक्ति द्वारा क्रमशः अपनी नाबालिक पुत्री व नाबालिक पुत्र के बिना बताए घर से कहीं चले जाने संबंधी अलग-अलग तहरीर दी गई जिस पर जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि दोनों बच्चे एक ही मोहल्ले में आस पास ही रहते हैं वह एक ही समय पर घर से गायब है।
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए एवं आसपास के लोगों से पूछताछ व जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि सुबह 8:00 बजे के लगभग दोनों बच्चे एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी मैं बैठकर कहीं गए हैं जिस पर और अधिक जानकारी करने पर स्विफ्ट डिजायर के चालक का पता किया गया।
पुलिस के अनुसार वाहन चालक से पूछताछ व जानकारी की गई तो चालक द्वारा बताया गया कि दोनों बच्चों द्वारा वाहन चालक को भाई-बहन होना बताया व पारिवारिक कारणों से नजीबाबाद तक छोड़ने के लिए किराए पर वाहन लिया गया के पास स्मार्ट सिटी ऐप से प्राप्त पास भी था। इस पर वाहन चालक द्वारा उन्हें नजीबाबाद बस स्टैंड के पास उतारा गया तत्काल पुलिस टीम द्वारा वाहन चालक को साथ लेकर नजीबाबाद क्षेत्र में तलाश किया गया तो वादी के रिश्तेदार जो कि नजीबाबाद के पास ही एक गांव में रहते हैं दोनों बच्चों के होने की जानकारी मिली जिस पर पुलिस टीम द्वारा कोतवाली नजीबाबाद क्षेत्र से दोनों बच्चों को सकुशल बरामद किया गया।
दोनों गुमशुदा/ अपहृत बच्चों से पूछताछ व जानकारी करने पर उनके द्वारा बताया गया है कि दोनों के घरवालों द्वारा उन्हें पढ़ाई आदि करने के लिए डांट फटकार लगाई जाती है इसलिए दोनों घर से बिना बताए अपनी मर्जी से नजीबाबाद रिश्तेदारी में भाग कर आ गए थे दोनों बच्चों के साथ किसी प्रकार के अपराध का होना नहीं पाया गया। दोनों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया।