– 18th Inter State & Inter Agencies Co-ordination Meeting
– डीजीपी अशोक कुमार ने विभिन्न प्रदेशों के आला अफसरों के साथ की समन्वय बैठक
देहरादून। आगामी 4 जुलाई से शुरू होने जा रही कावड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभिन्न प्रदेशों के आला अफसरों के साथ बैठक में कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
आज दिनांक 16 जून, 2023 को अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में 18 वीं अन्तर्राज्यीय व अन्तरइकाई समन्वय बैठक (18th Inter State & Inter Agencies Co-ordination Meeting) का आयोजन पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में किया गया, जिसमें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, सीआरपीएफ, रेलवे सुरक्षा बल, आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष एवं ऑनलाइन प्रतिभाग किया।
अशोक कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिनांक 04 से 15 जुलाई तक कांवड़ यात्रा है। कांवड़ एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है। कुम्भ/अर्द्धकुम्भ की तुलना में कांवड़ यात्रा में युवाओं की संख्या अधिक होने से इसकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
इस बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान व अन्य एजेन्सियों के पारस्परिक सहयोग से कांवड़ यात्रा को सकुशल व शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराना है।
उन्होंने अधिकारियों से अभी से कांवड़ यात्रा हेतु पुलिस प्रबन्ध किये जाने की तैयारियों में लगने की अपेक्षा की, ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
सुरक्षा व्यवस्था एवं भीड़ प्रबन्धन हेतु ड्रोन, सीसीटीवी का प्रयोग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को बढ़ाया जाएगा। साथ ही शिवभक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की जायेगी की कांवड़ यात्रा को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा के साम्प्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील होने और राष्ट्र विरोधी तत्वों पर सतर्क दृष्टि रखने के सम्बन्ध में बताया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार- श्री अजय सिंह ने कांवड़ मेले के दौरान किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियन्त्रण, यात्रा रूट पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्ध, कावड़ यात्रा के दौरान विगत वर्षाे में होने वाली दुर्घटनाओं व पार्किंग आदि के बारे में प्रस्तुतिकरण किया।
उन्होंने बताया की विगत 15-20 वर्षों से प्रत्येक वर्ष कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। इस वर्ष लगभग 4 करोड़ कांवड़ियों के उत्तराखण्ड आने की सम्भावना है। इस वर्ष सम्पूर्ण कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सैक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें पुलिस व्यवस्था में लगेंगे।
उन्होंने कांवड़ यात्रा की व्यवस्था में लगे सभी नोडल अधिकारियों का व्हाटसएप ग्रुप बनाने, अन्तर्राज्यीय बैरियरों पर संयुक्त पुलिस चैकिंग करने, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी रखने आदि के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों से सहयोग की अपील की।
उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु हरिद्वार पुलिस ने QR Code जारी किया गया है, जिसमें वाहन पार्किंग, रूट डायवर्जन, खोया-पाया सेल सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारी है। सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र 333 सीसीटीवी से कवर है, जिसमें Public Address System भी लगे हैं। घाटों पर जल पुलिस की तैनाती सहित थाना स्तर पर सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
श्री राजीव सभरवाल- अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, मेरठ जोन उत्तर प्रदेश ने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से भीड़ और यातायात प्रबन्धन पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि Eastern Peripheral Expressway और Delhi-Meerut Expressway को ध्यान में रखते हुए कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन प्लान बनाया जाए। प्रमुख चौराहों एवं कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइन बोर्ड लगाए जाएं। सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग को सीसीटीवी एवं डायल 112 से कवर किया गया है।
प्रमुख चौराहों एवं मार्गों पर इलैक्ट्रॉनिक साईन बोर्ड एवं संकेतक लगाये जा रहे है। शरारती तत्वों एवं अनावश्यक रूप से उपद्रव करने वाले कारकों को रोकने में एक दूसरे का पूरा सहयोग किया जाएगा और संयुक्त अभिसूचना तंत्र विकसित कर लाभप्रद सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।
बैठक में ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे स्पेशल पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तर प्रदेश- प्रशांत कुमार ने परस्परिक समन्वय हेतु सीमवर्ती जनपदों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाये जाने पर जोर दिया।
उन्होने सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु संयुक्त वायरलैस कन्ट्रोल रूम बनाने एवं अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चैक पोस्टों पर संयुक्त पुलिस बल नियुक्त करने की बात कही। कांवड़ क्षेत्र में कोई घटना दुर्घटना न हो इसके प्रयास किये जाए।
श्रीमती ममता सिंह- अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, हरियाणा ने कांवड़ यात्रा संचालन हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ अयोजन समितियों से वार्ता कर कांवड़ यात्रा में डीजे की ध्वनि को नियंत्रित करने व लाठी डन्डे, नुकीले भाले व अन्य हथियार साथ न ले जाने हेतु अनुरोध किया जाएगा।
विवेक किशोर- Joint C.P. Northern Region Delhi व श्रीमती छाया शर्मा Joint C.P. Eastern Region Delhi ने कहा कि हमारा ट्रांजिट का कार्य है। शिवभक्तों को कावंड़ यात्रा हेतु सेफ और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराया जाएगा।
गुरिन्दर सिंह- अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, पंजाब ने नियमित सहयोग और समन्वय पर जोर दिया। साथ ही भीड़ नियंत्रण हेतु ड्रोन के इस्तमाल, सुरक्षित व तेज कम्यूनिकेशन के लिए वायरलैस का प्रयोग करने पर जोर दिया।
एस सैंगाथिर- अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना, राजस्थान ने बताया कि कांवड़ यात्रा में मुख्यतः पूर्वोत्तर राजस्थान से लोग आते हैं। कांवड़ यात्रा संचालन हेतु बैठक में जारी सभी निर्देशों का अनुपालन कराया जाएगा।
भानु प्रताप सिंह- पुलिस महानिरीक्षक, सीआरपीएफ ने कांवड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था हेतु सीआरपीएफ की अतिरिक्त कम्पनी भेजने का आश्वासन दिया।
श्री शनमुगा वेदीवेल एस- Sr. DSC आरपीएफ ने सुरक्षा इनपुट पर कार्य करने और रेलवे का सुरक्षा स्टेटस बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी छोटे और बड़े रेलवे स्टेशनों को सीसीटीवी से कवर किया जाएगा। साथ ही आरपीएफ और जीआरपी द्वारा संयुक्त पेट्रोलिंग और एस्कॉट किया जाएगा।
श्रीमती सतवंत अटवल त्रिवेदी- अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं श्री रमन कुमार मीणा- पुलिस अधीक्षक सिरमौर, हिमाचल प्रदेश ने बताया कि प्रदेश से कुल्हाल के रास्ते कांवड़िये उत्तराखण्ड में प्रवेश करते हैं। इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के साथ समय-समय सूचना साझा की जाएगी।
बैठक में निम्न बिन्दुओं पर भी विचार विमर्श किया गयाः-
1. DGsP/IGsP सम्मेलन में निर्देशों के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने सभी प्रदेशों के अधिकारियों ने अपने-अपने प्रदेश से युवा अधिकारियों को कांवड़ यात्रा ड्यूटी का अनुभव लेने हेतु उत्तराखण्ड भेजने का अनुरोध किया।