– उत्तराखंड की उभरती साहित्यिक प्रतिभाओं को समर्पित एक विशिष्ट मंच
देहरादून। इट हैपेन्ड वन नाइट एंड अदर स्टोरीज़ का औपचारिक विमोचन एक वर्चुअल समारोह के माध्यम से सम्पन्न हुआ। इस संकलन में उत्तराखंड से जुड़े 13 लेखकों द्वारा रचित 15 चुनी हुई कहानियाँ शामिल हैं, जो राज्य की सांस्कृतिक संवेदनाओं को साहित्यिक अभिव्यक्ति प्रदान करती हैं।
*पहाड़ी* एक साहित्यिक पहल है जिसकी संकल्पना प्रख्यात ब्रांड सलाहकार, लेखक और स्तंभकार संजीव कोटनाला द्वारा अपने पूज्य पिता राम बल्लभ कोटनाला की स्मृति में की गई। इस मंच का उद्देश्य उत्तराखंड की नई लेखनी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना तथा प्रदेश की मौलिक कथा परंपरा को संरक्षित करना है।
इस पहल की शुरुआत से अब तक *पहाड़ी* मंच के माध्यम से 43 लेखकों की 66 कहानियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें से अधिकांश लेखक पहली बार प्रकाशित हुए हैं। यह मंच ऐसे लेखकों के लिए एक प्रभावी प्रारंभिक अवसर प्रदान करता है जो अब तक पारंपरिक साहित्यिक मंचों से दूर रहे हैं।
कोटनाला का मानना है कहानी कहना मानव स्वभाव है, और लेखन यात्रा की सबसे कठिन अवस्था वह होती है जब कोई अपनी कहानी साझा करने का साहस जुटाता है — *पहाड़ी* उसी पहले क़दम में उनका साथ देता है।
समारोह के दौरान *पहाड़ी-6* लघुकथा प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा भी की गई:
प्रथम पुरस्कार: टकीला और भालू, द माउंटेन डॉग – सुश्री सुनयना रॉयचौधरी(₹5,000)
द्वितीय पुरस्कार: व्हिस्पर्स ऑफ द हिल्स– सुश्री सरोजिनी राजपूत(₹3,000)
विजेताओं को नकद राशि के साथ-साथ निर्वाण ऑर्गेनिक’ द्वारा प्रायोजित विशेष उपहार प्रदान किए गए। यह एक महिला-प्रेरित सामाजिक उद्यम है, जिसकी स्थापना आदित्य अमर ने हल्द्वानी, उत्तराखंड में की।
इस संकलन की शीर्षक कथा *“इट हैपेन्ड वन नाइट” लेखिका सुश्री सुमिता चक्रवर्ती द्वारा रचित है, जिसे कोटनाला ने विशेष रूप से चयनित किया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप **जईहरीखाल स्थित ‘उल्लार रिसॉर्ट’ में दो रात एवं तीन दिन के विश्राम पैकेज से सम्मानित किया गया, जिसे विक्की रावत द्वारा प्रायोजित किया गया, जो इस पुरस्कार-विजेता होमस्टे के संस्थापक हैं।
पहाड़ी-6’ के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित — कोटनाला का वक्तव्य
इस अवसर पर संजीव कोटनाला ने कहा “हर संस्करण के साथ मैं पहाड़ों से निकलने वाली उन शांत किंतु सशक्त कहानियों से फिर जुड़ता हूं, जो वास्तव में सुनी जानी चाहिए।
‘पहाड़ी-6’ के लिए अब प्रविष्टियाँ आमंत्रित की जा रही हैं। मैं सभी उभरते लेखकों से आग्रह करता हूँ कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं। इस प्रयास को सहयोग देने हेतु हम एक ‘स्टोरी मेंटरिंग प्रोग्राम’ और **26 जुलाई को अपराह्न 4:00 बजे** एक निःशुल्क कहानी लेखन वेबिनार भी आयोजित कर रहे हैं। लेखन जीतने का इंतजार नहीं, बल्कि आरंभ करने का साहस है। अपनी कहानी को बाहर आने दें। पहाड़ों को बोलने दें।”
प्रविष्टियाँ भेजने, वेबिनार पंजीकरण अथवा अन्य जानकारी के लिए इच्छुक प्रतिभागी pahaadiwrites@gmail.com mailto:pahaadiwrites@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।