देहरादून। जब ऐसा भी होने लगे तो किस पर विश्वास करें। दो छात्र ग्राफिक एरा कॉलेज में पेपर देने गए थे। अपने कमरे की चाबी उन्होंने तीसरे दोस्त को दी थी। उसी ने विश्वासघात किया और उनके कमरे से लैपटॉप उड़ा लिया।
जयंत श्रीवास्तव पुत्र विनय श्रीवास्तव हाल निवासी क्लेमेंट टाउन देहरादून द्वारा लिखित तहरीर दी गई की दिनांक 13.7.2023 को मैं और मेरा दोस्त कॉलेज ग्राफिक एरा में पेपर देने गए थे और कमरे की चाबी कुछ समय से हमारे साथ रह रहे नवनीत के पास थी जब हम पेपर देकर वापस आए तो लैपटॉप चोरी हो रखा था।
काफी तलाश की गई तथा नवनीत से भी जानकारी की गई तो उसके द्वारा भी कोई जानकारी होना नहीं बताया। इसलिए अब रिपोर्ट दर्ज कर रहा हूं, जिस पर तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 91/ 23 धारा 380 आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
गठित टीम द्वारा *घटनास्थल एवं उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरौ* का अवलोकन कर मुखबिर लगाए गए तथा नवनीत के बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि नवनीत जनपद भरूच गुजरात का रहने वाला है।
संबंधित थाने से नवनीत के बारे में जानकारी करने पर पता चला की नवनीत तीन-चार वर्षो से घर नहीं गया है।
घर वालों से जानकारी करने पर पता चला कि वह घर से कोई संपर्क नहीं रहता है और ना ही हमें उसके बारे में कोई जानकारी है जिस पर नवनीत की गतिविधियों की जानकारी की गई तो पता चला कि कुछ दिन पहले ही नवनीत उक्त लैपटॉप को बेचने के लिए रिस्पना पुल पर गया था जिस पर पूर्ण यकीन हो गया कि उक्त लैपटॉप नवनीत द्वारा ही चुराया गया है।
इसलिए नवनीत की गतिविधियों के बारे में लगातार जानकारी की जा रही थी तो कल दिनांक 26/08/2023 को दौराने चेकिंग नवनीत को चोरी के लैपटॉप के साथ गिरफ्तार किया गया । जिसे आज माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है
*अपराध करने का तरीका*
पूछताछ करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि अभियुक्त बीकॉम पास है तथा दो-तीन वर्षों से घर नहीं गया है और जगह-जगह घूम कर कॉलेज वाले लड़कों से दोस्ती करता है और उन्हीं के साथ हॉस्टल में रहने लग जाता है और फिर उन्हें के मोबाइल लैपटॉप चोरी कर बेच देता है।
*नाम पता अभियुक्त* =========≠==≠===========
*नवनीत पुत्र श्री शिव कुमार करनानी निवासी 408/1पर्योशा होम्स म0 न0 1 निकट गोल्डन प्वाइंट जीआईडीसी थाना अंकलेश्वर जिला भरूच गुजरात उम्र 34 वर्ष
*बरामदगी* =================== 01 लैपटॉप
*पुलिस टीम* ===================== (1)si पूर्णानंद शर्मा (2) कांस्टेबल 858 संदीप कुमार (3) कॉन्स्टेबल 538 विमल चंद